शिमला से शुरू हुआ साइकिल रैली का रोमांच
शिमला RHNN: हिमाचल प्रदेश के दुर्गम व सर्पीले रास्तों में साइकिल से सफर का आगाज़ वीरवार को शिमला के रिज मैदान से हो गया है। राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने साइकिल रैली को हरी झंडी दिखाकर शिमला के रिज मैदान से रवाना किया। हिमालयन एडवैंचर स्पोट्र्स एंड टूरिज्म प्रमोशन एसोसिएशन के द्वारा एमटीबी साईकल दौड़ का आयोजन कर रहा है। आयोजकों ने इस बार 15वीं एमटीबी हिमालया साईकिल रैली के लिए नया रूट तय किया है। रैली इस बार शिमला से शुरू होने के बाद विभिन्न स्थानों से गुजरते हुए बीड़ तक जाएगी। आपको बता दें कि बीते वर्षों में यह रैली धर्मशाला में समाप्त हुई थी । लेकिन इस बार रैली के रूट में बदलाव किया गया है। साईकिल रैली में 17 देशों से 100 साईकलिस्ट हिस्सा ले रहे हैं। रैली में भारत के अलावा बैल्जियम, पुर्तगाल, युएसए, युके , नेपाल, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया से कई शीर्ष साईकलिस्ट हिस्सा ले रहे हैं । रैली के दौरान प्रतिभागी शिमला के अलावा गड़ागुफर, नारकंडा, लुरी, स्वाद, जलोरी, गड़ागुशैनी, जंजैहली, मंडी, कमांड, बरोट व बीर तक का सफर करेंगे। रैली में सबसे ऊंचा प्वाईंट 3100 मीटर की ऊंचाई पर स्थित शताधार पास रहेगा। शिमला से रवाना होने के बाद 7 दिनों का सफर कर बीड़ में रैली समाप्त होगी।इस प्रतियोगिता में सबसे अधिक आयु के जर्मनी के साइकिलिस्ट वेर्नेर ब्रांड्ट व भारत के सबसे कम आयु के शुभम भाग ले रहे है तथा साथ ही इसमें 7 महिला प्रतिभागी भी भाग ले रही है।आपको बता दें महिला चैंपियन कैथरीन विलियमसन भी प्रतियोगिता में भाग ले रही है।
राज्यपाल ने कहा कि हिमाचल प्रदेश पर्यटन के लिए जाना जाता है इस तरह के आयोजन से प्रदेश के पर्यटन के विकास को बल मिलेगा।विदेशी साइक्लिस्ट को भी हिमाचल के अलग अलग क्षेत्र देखने को मिलेंगे।पर्यटन विभाग और हस्तपा प्रदेश के पर्यटन को आगे बढ़ाने के लिए बहुत अच्छा काम कर रहा है।
उधर साईकल रैली में भाग लेने वाले प्रतिभागीयों ने कहा कि हिमाचल की ऊंची नीची उबड़ खाबड़ सड़कों में साईकल रैली का अपना ही रोमांच है। इसमें हार जीत अलग है लेकिन रैली में जाना ही अपने आप में बहुत बड़ी बात है।
हिमालयन एडवेंचर स्पोट्र्स के अध्यक्ष मोहित सूद का कहना है कि इस रैली में 17 देशों से 100 प्रतिभागी भाग ले रहे हैं। इनमें 9 अंतराष्ट्रीय रेसर भाग ले रहें हैं। 500 किलोमीटर की दूरी तय कर प्रतिभागी रैली के दौरान 6 स्टेजों से गुजरेंगे। रैली कई कठिन, दुर्गम, पथरीले रास्तों से होकर गुजरेगी। रैली के दौरान जहां सुरक्षा व्यवस्था की पूरी व्यवस्था रहेगी, वहीं एबुलेंस भी राइडर्स के साथ चलेगी।