अदालत से सहायक दवा नियंत्रक को भेजा गया है 5 दिन के विजिलेंस रिमांड पर
शिमला, RHNN: फार्मा कंपनियों के प्रबंधकों से पैसों की मांग करने के आरोप में गिरफ्तार सहायक दवा नियंत्रक से विजिलेंस मेंं पांच घंटे तक पूछताछ की गई । विजिलेंस के 5 दिन की रिमांड पर चल रहे सहायक दवा नियंत्रक को पुछताछ के लिए छोटा शिमला पुलिस थाना से विजिलेंस लाया गया , जंहा पर विजिलेंस की एसआईयू ने आरोपी सहायक दवा नियंत्रक से दिन भर पुछताछ की । सहायक दवा नियंत्रक को अदालत से 5 दिन के रिमांड पर भेजा गया है, ऐसे में अब 4 दिन फिर अभी सरीन से पुछताछ चलती रहेगी । स्टेट विजिलेंस एंड एंटी क्रप्शन ब्यूरो की टीम द्वारा बीते 21 अगस्त को फार्मा कंपनियों की शिकायत पर मामला दर्ज किया गया था। उसके बाद 11 सितंबर को प्रदेश हाईकोर्ट से विजिलेंस ने उसे गिरफ्तार किया था।
विजिलेंस के अनुसार कंपनी के प्रबंधकों ने बताया था कि एक अधिकारी उनसे पैसों की मांग करता है। इसमें कभी एयर टिकट तो कभी होटल सहित अन्य ऐशो आराम के खर्च शामिल हैं। सहायक दवा नियंत्रक के ठिकानों की जानकारी जुटाने के बाद विजिलेंस ने एक साथ सभी जगह दबिश दी थी। बताया गया कि सहायक दवा नियंत्रक इससे पहले नाहन औद्योगिक क्षेत्र में तैनात था। उसे बद्दी में 12 जून को अतिरिक्त दवा नियंत्रक बनाया गया था। उसके बाद से लगातार शिकायतें मिल रही थीं। इससे पहले बिलासपुर में उसे एक बार रंगे हाथ रिश्वत लेते पकड़ा गया था। सहायक दवा नियंत्रक के खिलाफ पुख्ता सबूत इक्कठे करने के पश्चात स्टेट विजिलेंस एंड एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम द्वारा गत 21 अगस्त को भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया। इसके बाद सहायक दवा नियंत्रक ने हाईकोर्ट में अग्रिम जमानत याचिका दायर की थी, जिसे रद्द कर दिया गया।