Belated Return Penalty क्या है?
अगर आप आयकर रिटर्न समय पर नहीं डाल पाते और बाद में फाइल करते हैं, तो सरकार आपको Belated Return Penalty यानी देर से रिटर्न का जुर्माना लेती है। यह पेनाल्टी लेन‑देन को व्यवस्थित रखने और सभी को समय पर फाइल करने के लिए प्रेरित करने का साधन है। अक्सर लोग सोचते हैं कि एक‑बार देर हो गई तो बड़ी दिक्कत नहीं होगी, लेकिन वास्तविकता में जुर्माना छोटा नहीं हो सकता।
आपको बस यह जानना है कि ये पेनाल्टी कब लगती है, कितना होता है और इसे कैसे बचा जा सकता है। चलिए, इसे आसान शब्दों में तोड़‑फोड़ कर देखते हैं।
Penalty कैसे गणना होती है
आयकर कानून के अनुसार, देर से फ़ाइल करने पर दो तरह की पेनाल्टी लग सकती है:
- फिक्स्ड पेनाल्टी: अगर आप फाइलिंग डेडलाइन के 30 दिन के भीतर फाइल करते हैं, तो ₹5,000 (या लाइबिलिटी की 1 % यदि वह कम हो) का फिक्स्ड जुर्माना लगता है।
- क्लासिक पेनाल्टी: अगर आप 30 दिन से ज्यादा देर से फाइल करते हैं, तो ₹1,000 प्रति माह या ₹5,000 तक का जुर्माना लगाया जा सकता है, जो आपके बीते हुए महीनों की संख्या पर निर्भर करता है।
उदाहरण के तौर पर, यदि आपका टैक्स बकाया ₹50,000 है और आप 3 महीने बाद रिटर्न फाइल करते हैं, तो पहले 30 दिन के बाद ₹5,000, फिर हर अतिरिक्त महीने के लिए ₹1,000 जोड़ेंगे, यानी कुल ₹8,000 का पेनाल्टी। यही कारण है कि समय सीमा पास ही रहना बेहतर रहता है।
Penalty से बचने के आसान टिप्स
देर से फाइल करने से बचना नामुमकिन नहीं है। कुछ छोटे‑छोटे उपाय अपनाकर आप बड़ी रकम बचा सकते हैं:
- **रिमाइंडर सेट करें** – वित्तीय वर्ष के आखिरी दो महीनों में हर सप्ताह एक रिमाइंडर डालें, ताकि फॉर्म भरने का काम कबूल हो।
- **सौंदर्यपूर्ण दस्तावेज़ तैयार रखें** – अपने फॉर्म 16, बैंक स्टेटमेंट, निवेश प्रमाणपत्र आदि को एक फ़ोल्डर में रख लें। फाइलिंग के दिन सब कुछ हाथ में रहेगा।
- **ऑनलाइन फ़ाइलिंग का उपयोग करें** – आयकर पोर्टल पर रिटर्न जमा करना तेज़ और सुरक्षित है, और फॉर्म के एरर भी तुरंत दिखते हैं।
- **आधिकारिक मोसम में प्रोफेशनल सलाह लें** – अगर आय की गणना जटिल है, तो चार्टर्ड अकाउंटेंट से संपर्क करके देर नहीं करेंगे।
यदि फिर भी आप देर से फाइल कर चुके हैं, तो तुरंत रिटर्न जमा कर दें और पेनाल्टी का भुगतान कर दें। देर से जमा करने पर सरकार अक्सर अतिरिक्त ब्याज भी जोड़ देती है, इसलिए जितनी जल्दी हो सके निपटारा कर लेना फायदेमंद रहता है।
सार में, Belated Return Penalty टैक्स डेडलाइन की गंभीरता को दर्शाता है। समय पर फाइल करने से वित्तीय जुड़ाव साफ़ रहता है और अनावश्यक खर्चों से बचा जा सकता है। अगले वित्तीय वर्ष में जब आप अपना रिटर्न फ़ाइल करने की तैयारी करें, तो ऊपर दिए टिप्स को ज़रूर याद रखें। आपका छोटा सा प्रयास बड़ी बचत में बदल सकता है।