जब टज्मिन ब्रिट्स, दक्षिणी अफ्रीका ने बॉल्स की गिनती के साथ शतक मारते‑ही साउथ अफ्रीका महिला क्रिकेट टीम ने आईसीसी वूमेन वर्ल्ड कप 2025 में अपनी पहली जीत हासिल की। यह मैच 6 ऑक्टूबर 2025 को बर्सपारा क्रिकेट स्टेडियम, गुहाटी, असम में खेले गए, जहाँ दक्षिण अफ्रीका ने न्यूज़ीलैंड को 6 विकेट से 55 गेंदें बचाकर हराया। फ़ाइनल स्कोर 234/4 बनाम 231/?? था, और जीत का श्रेय सिर्फ़ ब्रिट्स को नहीं, बल्कि सुएन लुश के 83* अँअम्बिटियस इन्फिनिटी और नॉन्कुलुलेको मिलाबा के 4/40 विकेट्स को भी जाता है। इस जीत ने पहले मैच में हार के बाद टीम की आत्मविश्वास को फिर से जगा दिया।
पृष्ठभूमि और टूर्नामेंट का महत्व
2025 का आईसीसी वूमेन वर्ल्ड कप भारत के कई प्रमुख मैदानों में आयोजित हो रहा है, जिसमें बर्सपारा स्टेडियम ने समूह चरण के कई रोमांचक मैचों की मेज़बानी की है। इस टूर्नामेंट में 10 दल भाग ले रहे हैं, और प्रत्येक जीत सीधे ही सीमी‑फाइनल की राह खोलती है। दक्षिणी अफ्रीका के लिए यह टूर्नामेंट एक नई शुरुआत की तरह है, क्योंकि 2022 के बाद से उन्होंने कोई महत्त्वपूर्ण जीत नहीं पाई थी। दूसरी ओर, न्यूज़ीलैंड टीम पिछले दो मैचों में हार के बाद दबाव में थी, जिससे इस मुकाबले का नाट्य क्रम और भी तीखा हो गया।
मैच की मुख्य प्रस्तुतियाँ
न्यूज़ीलैंड ने पहले बॉलिंग करके टॉस जीत लिया और पहली पारी में 231 रन बनाकर खुद को भरोसेमंद बनाया। इन रनों में सोफी डेविन का 85 रन, ब्रूक हॉलिडे का 45 रन और एमेलिया केर के 23 रन प्रमुख थे। हालांकि 39वें ओवर में नॉन्कुलुलेको मिलाबा के चार विकेट ने उनके संयुक्त वार्ड को तोड़ दिया, और टार्गेट को आगे बढ़ाने की कोशिश में न्यूज़ीलैंड केवल 10 अतिरिक्त रनों का ही स्कोर जोड पाई।
दक्षिण अफ्रीका ने लक्ष्य 232 रन को 40.5 ओवर में 4 विकेट पतन के साथ हासिल किया। ओपनर टज्मिन ब्रिट्स ने 101 रन बनाकर शतकों में प्रवेश किया, जबकि उनके साथी सुएन लुश ने 83* बिना आउट हुए खेला। दोनों के बीच 140‑रनों का साझेदारी टीम को आरामदायक स्थिति में ले आया। लुश के अंतिम गेंद में एडेन् कार्सन को गहरी कवर में सीमा मारते‑ही मैच समाप्त हो गया, जिसका नारा ‘DONE AND DUSTED!’ सीधे‑सीधे भव्य जीत को दर्शाता है।
खिलाड़ियों के प्रदर्शन की बारीकी
- टज्मिन ब्रिट्स – 101 रन (89 बॉल, 11 छक्के, 7 चौके)। उनका आक्रमण धीमेपन से नहीं, बल्कि बॉल‑टू‑बॉल दबाव बनाकर हुआ।
- सुएन लुश – 83* रन (53 बॉल, 10 चौके, 1 छक्का)। उनकी फिनिशिंग ने टीम की आवश्यकता को पूरा किया।
- नॉन्कुलुलेको मिलाबा – 4/40 (10 ओवर)। बाएँ‑हाथ की स्पिन ने न्यूज़ीलैंड के मध्य‑क्रम को घुमा‑घुमा कर एकदम असहज बना दिया।
- सोफी डेविन – 85 रन (68 बॉल) – न्यूज़ीलैंड की बिराजमान रेत पर उन्हें रोशन किया, पर अंत में टीम को जीत की ओर नहीं ले जा सकी।
- ब्रूक हॉलिडे – 45 रन (42 बॉल)। उनका मध्य‑क्रम का योगदान महत्वपूर्ण रहा, लेकिन मिली‑जुली स्पिन ने उन्हें जल्दी आउट कर दिया।
इन आँकड़ों से यह स्पष्ट है कि दक्षिणी अफ्रीका की बैटिंग लाइन‑अप ने तेज़ी और स्थिरता दोनों का मिश्रण दिखाया, जबकि न्यूज़ीलैंड की शुरुआत भले ही अच्छी थी, लेकिन मध्य‑क्रम में गिरावट ने उन्हें हार में धकेल दिया।
प्रतिक्रियाएँ और विश्लेषण
मैच के बाद इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल के आधिकारिक बयान में बताया गया कि यह जीत "दक्षिणी अफ्रीका के लिए एक नई दिशा" है। टीम के कप्तान लाग़ोरा वोलवार्ड्ट ने कहा, “हमारी शुरुआत थोड़ी झीनी थी, पर टज्मिन और सुएन की साझेदारी ने हमें सफ़र आसान कर दिया।” दूसरी ओर, न्यूज़ीलैंड की कप्तान सोफी डेविन ने स्वीकार किया कि “मिड‑ऑवर्स में गिरावट हमारे लिए अहम थी, हमें अपनी स्पिन‑बॉलिंग को बेहतर बनाना पड़ेगा।”
क्रिकेट विश्लेषक भी इस जीत को ‘ट्रांसफ़ॉर्मेशन’ के रूप में देख रहे हैं। उन्होंने कहा कि दक्षिणी अफ्रीका ने पहले मैच में दिखाए गए “डिफेंसिव” खेल को पूरी तरह बदलकर “अग्रसक्रिय” बनाकर दिखाया, और यह शैली उनके ग्रुप‑स्टेज में आगे की संभावनाओं को बढ़ा देती है।
आगे की राह और अगली मैच
अब टीम का फोकस अगले मैच पर है, जहाँ इंग्लैंड महिला टीम बर्सपारा स्टेडियम में बांग्लादेश महिला टीम से टकराएगी। इस मैच की जीत दक्षिणी अफ्रीका को ग्रुप‑स्टेज में शीर्ष‑स्थल पर ले जा सकती है, जबकि न्यूज़ीलैंड को अब ग्रुप में बचाव मोड अपनाना पड़ेगा।
समग्र रूप से, इस जीत ने दक्षिणी अफ्रीका को न केवल अंक दिलाए, बल्कि आत्मविश्वास का भी नया स्रोत दिया है। यदि वे इस ऊर्जा को अगले मैचों में भी बरकरार रख पाते हैं, तो प्ले‑ऑफ़ के लिए उनका रास्ता साफ़ दिख रहा है।
बार‑बार पूछे जाने वाले प्रश्न
टज्मिन ब्रिट्स की शतक का क्या महत्व है?
ब्रिट्स की शतक ने दक्षिणी अफ्रीका को लक्ष्य 232 रन तक सुरक्षित पहुंचाया और साथ‑साथ टीम को तेज़ रन‑रेट बनाए रखने की अनुमति दी। यह उनका पहला वर्ल्ड कप शतक है, जिससे उनका आत्मविश्वास बढ़ा और टीम की जीत में निर्णायक भूमिका निभाई।
न्यूज़ीलैंड की हार के पीछे मुख्य कारण क्या था?
नॉन्कुलुलेको मिलाबा का 4‑विकेट स्पिन बंडल, विशेषकर 39वें ओवर में, ने न्यूज़ीलैंड के मध्य‑क्रम को तोड़ दिया। इसके बाद रन‑रेट में गिरावट आई, जिससे वे लक्ष्य के करीब नहीं पहुँच सके।
इस जीत से दक्षिणी अफ्रीका के अगले मैच पर क्या असर पड़ेगा?
एक जीत से टीम का मनोबल बढ़ता है और ग्रुप‑स्टेज में पॉइंट तालिका में उनका स्थान बेहतर होता है। अगर वे फॉर्म बनाए रखें तो ग्रुप‑लीडर बनकर आगे बढ़ सकते हैं, जिससे प्ले‑ऑफ़ में आसान राह बनती है।
बर्सपारा क्रिकेट स्टेडियम में खेलते समय किस तरह की परिस्थितियाँ थीं?
गुहाटी के इस स्टेडियम में मौसम साफ़ और तापमान संध्या के समय लगभग 28 डिग्री था। पिच धीमी‑मोड के साथ थोड़ा ग्रास वाला था, जिससे स्पिनर को थोड़ा लाभ मिला, जैसा कि मिलाबा के प्रदर्शन में दिखा।
आईसीसी वूमेन वर्ल्ड कप 2025 की कुल संरचना क्या है?
टूर्नामेंट में 10 टीमें दो समूहों में बाँटी गई हैं। प्रत्येक टीम समूह‑स्टेज में चार मैच खेलेगी, और शीर्ष दो टीमें सेमी‑फ़ाइनल में प्रवेश करेंगी। सभी मैच भारत में विभिन्न शहरों में आयोजित हो रहे हैं।